भगवान गणेश को नहीं चढ़ाई जाती तुलसी, जानें क्या है इसके पीछे की वजह

देशभर में इस समय गणेशोत्सव (Ganesh Utsav) की धूम है. घरों और सार्वजनिक स्थलों पर विघ्नहर्ता की स्थापना कर पूजा-अर्चना की जा रही है. ‘बप्पा’ को प्रसन्न करने के लिए सिंदूर और दूर्वा जरूर अर्पित की जाती है, सिंदूर को मंगल का प्रतीक माना जाता है. साबुत सुपारी,साबुत हल्दी और जनेऊ भी गजानन को अर्पित किया जाता है.साथ ही मोदक का भोग लगाया जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान गणेश (Lord Ganesh) को कभी भी तुलसी (Tulsi) अर्पित नहीं करनी चाहिए. हिंदू धर्म में तुलसी बेहद पवित्र मानी जाती है. भगवान विष्णु को यह अति प्रिय है लेकिन गणेश जी की पूजा के दौरान तुलसी का इस्तेमाल वर्जित माना गया है. इसका जिक्र एक पौराणिक कथा में है.
देशभर में इस समय गणेशोत्सव (Ganesh Utsav) की धूम है. घरों और सार्वजनिक स्थलों पर विघ्नहर्ता की स्थापना कर पूजा-अर्चना की जा रही है. ‘बप्पा’ को प्रसन्न करने के लिए सिंदूर और दूर्वा जरूर अर्पित की जाती है, सिंदूर को मंगल का प्रतीक माना जाता है. साबुत सुपारी,साबुत हल्दी और जनेऊ भी गजानन को अर्पित किया जाता है.साथ ही मोदक का भोग लगाया जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान गणेश (Lord Ganesh) को कभी भी तुलसी (Tulsi) अर्पित नहीं करनी चाहिए. हिंदू धर्म में तुलसी बेहद पवित्र मानी जाती है. भगवान विष्णु को यह अति प्रिय है लेकिन गणेश जी की पूजा के दौरान तुलसी का इस्तेमाल वर्जित माना गया है. इसका जिक्र एक पौराणिक कथा में है.