Dinkar Jayanti: रामधारी सिंह दिनकर को यूरोप की यात्रा में लन्दन में कोलकाता तो पेरिस में दिखी काशी

महाकवि, राष्ट्रकवि रामधारी सिंह ‘दिनकर’ की आज जयंती है. उनका जन्म 23 सितम्बर, 1908 को बिहार के बेगूसराय जिले के सिमरिया गांव में हुआ था. लोकभारती प्रकाशन से ‘दिनकर ग्रंथमाला’ का प्रकाशन हुआ है. ‘दिनकर ग्रंथमाला’ में रामधारी सिंह दिनकर के समस्त साहित्य को अलग-अलग कड़ियों में प्रस्तुत किया गया है. इसी शृंखला की एक पुस्तक है ‘मेरी यात्राएं’. ‘मेरी यात्राएं’ में दिनकर ने अपनी यूरोप यात्रा का बड़े ही रोचत ढंग से प्रस्तुतिकरण किया है. प्रस्तुत है उनकी यूरोप यात्रा का एक अंश-
महाकवि, राष्ट्रकवि रामधारी सिंह ‘दिनकर’ की आज जयंती है. उनका जन्म 23 सितम्बर, 1908 को बिहार के बेगूसराय जिले के सिमरिया गांव में हुआ था. लोकभारती प्रकाशन से ‘दिनकर ग्रंथमाला’ का प्रकाशन हुआ है. ‘दिनकर ग्रंथमाला’ में रामधारी सिंह दिनकर के समस्त साहित्य को अलग-अलग कड़ियों में प्रस्तुत किया गया है. इसी शृंखला की एक पुस्तक है ‘मेरी यात्राएं’. ‘मेरी यात्राएं’ में दिनकर ने अपनी यूरोप यात्रा का बड़े ही रोचत ढंग से प्रस्तुतिकरण किया है. प्रस्तुत है उनकी यूरोप यात्रा का एक अंश-